Jai maa karni shayari in hindi

Vijay Sharma
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Jai maa karni shayari in hindi








आये हैं कुछ माँगने करणी माता,
तेरे दर पे खड़े हैं,
खुश रहे हमेशा वो,
जो तुमसे  हमसे जुड़े हैं..!!!!




देशनोक करणी माता के मंदिर में आकर,
सफेद चूहे के दर्शन करना,
मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत लम्हा है..!!!




करणी माता रानी की बनी रहे आप पर छाया,
पलट दे जो आपकी किस्मत की काया,
मिले आपको वो सब इस अपनी ज़िन्दगी में,
जो कभी किसी ने भी ना पाया...!!!




कट जाएं संकट जिनकी शरण में,
बैठ कर तो देखो करणी माता के चरण में...!!!




ये जो हम इतने खुश मिजाज है ना,
सब कमाल करनी माता की भक्ति का है..!!!



सफेद चील जिस का अवतार,
उस के द्वार पर जाता में हर बार..!!!



मेरा अंधेरा भी आप,
मेरा सवेरा भी आप,
हे करणी माता आपसे ही मेरी सुबह,
 आपसे ही मेरी शाम..!!!




मुझे उसकी ये नादान अदा खूब भाती हैं,
जब भी दुखी होता हूं,
मुझे करणी माता के मंदिर में,
जानें की याद आती है..!!!



दर्शन कर के भूल जाता हु सारे दर्द,
करणी माता रानी के दर्शन का यही कमाल है..!!!


माना की मेरी सबको खबर है,
पर सब से ज्यादा मेरी खबर,
मेरी करणी माता को है..!!!!




दुःख और कष्टों का नाश होता हैं,
जब करणी माता के मंदिर में,
जाकर सफेद चूहों के दर्शन करते हैं..!!!




जो माता करणी के दर पर जाता है,
उस का हर दुःख दर्द दूर हो जाता हैं...!!!




कुछ तो 'उड़ लेंगे' 
इस बात का भरम था,
कुछ भरोसा भी था,
करणी माता की भक्ति पर.....!!!




मन उदास हो तो एक काम किया करो, 
करणी माता के मंदिर में आकर,
सफ़ेद चूहों के दर्शन कर लिया करो..!!!




मृत्यु का भय तो उनको होगा,
जिनके कर्मो में दाग हे,
हम तो मां करणी के भक्त हे,
हमारे खून में भी आग हे..!!!




हाथ की लकीरों पर नही,
लकीरें बनाने वाली,
करणी माता पर भरोसा रखो..!!!!


महक उठेगा मेरा चमन,
करणी माता के मंदिर में जानें से,
लौट आएगी खुशबू,
सफेद चूहों के दर्शन से..!!!


उलझी हुई जिंदगी का सफर तेरे हाथ में है,
मंजिल की फिक्र में नही करता,
क्योंकी करणी माता का,
आशीर्वाद मेरे साथ में है..!!!

हे करणी माता ,
लिखा है डॉक्टर ने तुम्हारा नाम,
और यह भी लिखा है,
सुबह , दोपहर और शाम...!!!




सुबह-सुबह ले करणी माता का नाम,
सिद्ध होंगे तुम्हारे सब काम..!!!



एक ही नारा एक ही नाम,
हे माता करणी तेरे दर पर आऊ में,
सुबह और शाम..!!!!


सब रूठ जाये परवाह नहीं,
मगर आप मत रूठना,
मेरी करणी माता..!!!

इस उलझन भरीं ज़िंदगी में,
मेरे सकूँन का हर लम्हा,
करणी माता के मंदिर में बीतता हूं..!!!




जिसकी भक्ति से है खुशियां सारी,
वह माता करणी है हमारी..!!!


छोड़ो साहब मोहब्बत का रोग,
करनी है तो करणी माता की भक्ति करो..!!!




काल का भी उस पर क्या आघात हो,
जिस बंदे पर करणी माता का हाथ हो..!!!




तू कर करणी माता पर विश्वाश,
नहीं आयेंगे दुःख दर्द तेरे पास..!!!




अगर कभी सन्यांसी बने हम,
तो ध्यान आपका ही लगाएंगे करणी माता..!!!




एक पल, एक दिन, एक साल, एक जन्म...
करणी माता रानी की भक्ति में मग्न रहेंगे हम..!!!




करनी माता तेरे दर पर जो आया,
खाली हाथ कोई ना जा पाया,
तूने सब को दिया अपार,
जो करे करणी माता की भक्ति,
उस का बेड़ा पार..!!!!

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