Bhulna sad shayari in hindi

Vijay Sharma
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Bhulna sad shayari in hindi





बड़ी मुश्किल से मिलते हैं चाहने वाले,
क्यों भूल जाते हैं ये नफरत करने वाले...!!!




माफ़ कर दो उनको जिनको तुम भूल नहीं सकते,
भूल जाओ उनको जिनको तुम माफ़ नहीं कर सकते..!!!





आदत बना ली मैंने खुद को तकलीफ देने की,
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ न हो…..!!!




भूलना-भुलाना दिमाग का काम है,
तुम तो मेरे दिल में हो बेफिक्र रह..!!!



अगर तेरी मजबूरी है भूल जाने की,
तो मेरी आदत है तुझे याद रखने की...!!!




भूलना चाहे जिसे दिल वही क्यूँ याद आये,
लाख कोशिशें करें हम फिर भी भूल ना पायें...!!!



छोड़ दिया हमने लोगों का पीछा करना जिससे जितनी,
मोहब्बत की उसने उतना ही गिरा हुआ समझा....!!!



कैसे भुला देते हैं लोग तेरी खुदाई को या रब,
मुझसे तो तेरा बनाया हुआ एक शख्स भुलाया नहीं जाता..!!!



किसी को छोड़ना आसान होता है,
मगर भूलना बहुत ही मुश्किल...!!!



मत पूछो कि कैसा हूँ मैं,
कभी भूल ना पाओगे वैसा हूँ मैं...!!!




जिसका मिलना किस्मत में नहीं होती,
उससे मोहब्बत भी बेइंतहा होती हैं..!!!




भूलना सीखिये ज़नाब,
एक दिन दुनिया भी वही करने वाली है..!!!





जब तुझे भूलना चाहा दिल ने,
इन नए गम की सजा दी हम ने...!!!!




काम आ सकी न अपनी वफायें तो क्या करे,
उस बेवफा को भूल न जाएँ तो क्या करे...!!!




जब भी उदास हो जाओ तो रो दिया करो,
चेहरे पढ़ना अब भूल गए हैं लोग...!!!



तू मुझ को भूलना चाहे तो भूल सकता है,
मैं एक हर्फ़-ए-तमन्ना तिरी किताब में हूँ..!!!





जब तुझे भूलना चाहा दिल ने,
इन नए गम की सजा दी हम ने...!!!




काम आ सकी न अपनी वफायें तो क्या करे,
उस बेवफा को भूल न जाएँ तो क्या करे...!!!






तू मुझ को भूलना चाहे तो भूल सकता है,
मैं एक हर्फ़-ए-तमन्ना तिरी किताब में हूँ..!!!





घोसला बनाने में हम यूँ मशगूल हो गये,
कि उड़ने को पंख भी है, ये भी भूल गये..!!!




हम कहीं लिखना भूल न जाएँ,
तुम यूँ ही दिल को दुखाती रहा करो...!!!




प्यार उससे करो जो दिल से अच्छा हो,
उससे नहीं जो केवल दिखने में अच्छे हो..!!!




किसी को छोड़ना आसान होता है,
मगर भूलना उतना ही मुश्किल..!!!





मुलाकत की लौ जलाना भूल गये,
दूर जाकर पास वो आना भूल गये..!!!




वहीं दोस्त भूल गए देखकर मेरे हालात,
जो करते थे दोस्ती में जान देने की बात...!!!




जब अपनो ने ही मुँह मोड़ लिया,
तो पराए लोगों के लफ़्ज़ों से क्या फर्क पड़ता हैं…..!!!




भूलना भुलाना तो है दिमाग का काम,
आप तो मेरे दिल में रहते है बेफिक्र रहा करो..!!!

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