100 Sad shayari 2 line heart touching in hindi

Vijay Sharma
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100 Sad shayari 2 line heart touching in hindi










शुक्रिया कि तुमने मुझे मेरी हदें बता दी,
वरना हम तो गलती से तुम्हें बेहद प्यार कर बैठे थे!

तुम चुन सकते हो सफर नया,
मेरा तो इश्क है मुझे इजाजत नहीं..!!!

मेरे मरने पर किसी को ज्यादा फर्क नहीं होगा,
बस तन्हाई रोएगी कि मेरा हमसफ़र चला गया..!!!


मन मेरा बेचैन सा है,
ना जाने क्यों ये खुदसे ही खफा सा है..!!!  

जिन्दगी की राहों में मुस्कराते रहो हमेशा,
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं, हमसफ़र नहीं..!!!

तुझे क्या खबर थी की तेरी यादो ने किस-किस तरह सताया,
कभी अकेले में हसांया तो कभी महफ़िलो में रुलाया..!!!

न तन्हाई मिलती न कभी जुदा होते,
काश हम भी मोहब्बातों से अनजान होते.!!

अजब पहेलियाँ है हाथों की लकीरों में,
सफ़र ही सफ़र लिखा हैं हमसफ़र कोई नही!

आज उसने एक दर्द दिया तो याद आया,
हा हमने भी तो दुआओं में उसके सारे दर्द मांगे थे..!!!

कोसते रहते हैं अपनी जिंदगी को उम्रभर,
भीड़ में हंसते हैं मगर तन्हाई में रोया करते हैं..!!!

 अब नाराज नहीं होना है किसी से,
बस नजर अंदाज करके जीना है..!!!   

इतना परेसान ना कर ऐ जिंदगी,
हम कौन सा यहाँ बार-बार आयेंगे…!

अकेले ही तय करने होते हैं कुछ सफर,
हर सफर में हमसफर नही होते..!!!

कितना भी दुनिया के लिए हँस के जी लें हम,
रुला देती है फिर भी किसी की कमी कभी कभी!

वफादार और तुम, ख्याल अच्छा है,
बेवफा और हम खैर इल्जाम अच्छा है..!!!

तेरी यादों से भरा हुआ है जिंदगी मेरा,
कभी तू भी तो कर के देख इल्तेजा हमारा...!!!!



मैं अकेले रहकर अपने बारे में बहुत कुछ सीख रहा हूँ,
और जो मैं कर रहा हूँ वह कर रहा हूँ..!!!




मन मेरा बेचैन सा है,
ना जाने क्यों ये खुदसे ही खफा सा है..!!!




अकेले-पन का 'अज़्मी' हो भी तो एहसास कैसे हो,
तसलसुल से हमारी शाम-ए-तन्हाई सफ़र में है..!!!



 बहुत कुछ छोड़ा है तेरे भरोसे ए वक्त,
बस तू दगाबाज ना निकलना..!!!     




हालात खराब हो तो अपने ही,
गैरो के जैसा बर्ताव करने लगते है..!!!




दुनिया का असली रंग रिश्तों ने दिखाया है,
मुझे अकेले चलना अपनों ने ही सिखाया है..!!!




अकेलापन से मेरा मिलना हो गया है ,
जब तन्हाई में होते हैं बेखुदी के वक्त
कुछ यादों के साथ कुछ  सपनों से,
जीते हैं अकेलापन से गुजरी हुई रात..!!!



दुनिया की भीड़ में इतने तन्हा हो गए हैं हम,
अब तो कमबख्त परछाइयाँ भी साथ नहीं देती...!!!



भर जायेंगे ज़ख्म मेरे भी,
तुम ज़माने से जिक्र मत करना,
मैं ठीक हु दोबारा मेरी फिक्र मत करना..!!!




भीड़ के ख़ौफ़ से फिर घर की तरफ़ लौट आया,
घर से जब शहर में तन्हाई के डर से निकला..!!!


 किसी को मुफ्त में मिल गया वो सख्श,
जो हर कीमत पर मुझे चाहिए था..!!!

 

सब कुछ बदल जाता है वक्त के साथ,
पहले जिद्द करते थे अब सब्र करते है...!!!



कहने को ही मैं अकेला हूं पर हम चार है,
एक मैं मेरी परछाई मेरी तन्हाई और तेरा एहसास..!!!



अकेलापन से जीत कर हम आज फिर ख़ुश हैं,
उस अकेलापन ने हमें अपने दोस्त बना दिया...!!!

नए लोग से आज कुछ तो सीखा है,
पहले अपने जैसा बनाते है फिर अकेला छोड़ देते हैं..!!!




खुशी मांगी थी तुमसे हमने पल भर,
का सजा दे दिया तुमने मुझे उम्र भर का..!!!




जब तोड़ना ही था तो रिश्ता जोड़ा क्यों,
खुशी नहीं दे सकते थे तो हमारा गम से नाता जोड़ा क्यों..!!!




अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से हर्फ-ए-बेवफाई मिटा देता..!!! 



गजल गाने का शौक नही रहा हमे,
हम तो अब दर्द ए दिल बयां करते है..!!!




हर शख्स नज़र आता है अपने हमसफ़र के साथ,
मैं क्यूँ अकेली खड़ी हूँ अपने गुज़रे हुए कल के साथ..!!!



मोहब्बत हमने की अदाएं तुमने दिखाया,
बेवफाई तुने की सजा हमें क्यों हो गया..!!!




तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे,
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया..!!!




अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से बेवफाई मिटा देता..!!!



ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है,
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है..!!!




बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते..!!!






किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती, 
है यही एक ख़राबी मिरी तन्हाई की..!!!

बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते...!!!

      



एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक,
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा..!!!




तेरे चेहरे के हजारों चाहने वाले,
तेरी रूह का मैं अकेला दीवाना..!!!




नए लोग से आज कुछ तो सीखा है,
पहले अपने जैसा बनाते है फिर अकेला छोड़ देते हैं..!!!




खुशी मांगी थी तुमसे हमने पल भर,
का सजा दे दिया तुमने मुझे उम्र भर का..!!!




जब तोड़ना ही था तो रिश्ता जोड़ा क्यों,
खुशी नहीं दे सकते थे तो हमारा गम से नाता जोड़ा क्यों..!!!




अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से हर्फ-ए-बेवफाई मिटा देता..!!! 



गजल गाने का शौक नही रहा हमे,
हम तो अब दर्द ए दिल बयां करते है..!!!




हर शख्स नज़र आता है अपने हमसफ़र के साथ,
मैं क्यूँ अकेली खड़ी हूँ अपने गुज़रे हुए कल के साथ..!!!



मोहब्बत हमने की अदाएं तुमने दिखाया,
बेवफाई तुने की सजा हमें क्यों हो गया..!!!




तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे,
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया..!!!




अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से बेवफाई मिटा देता..!!!



ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है,
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है..!!!




बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते..!!!






किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती, 
है यही एक ख़राबी मिरी तन्हाई की..!!!



बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते...!!!

      



एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक,
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा..!!!




तेरे चेहरे के हजारों चाहने वाले,
तेरी रूह का मैं अकेला दीवाना..!!!


दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद,
अब मुझ को नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा...!!!!



बिका करती तो मुझसे अमीर हस्ती,
दुनिया में कोई न होता..!!!



इश्क़ की बारिश में भीग रहे हैं वो,
इक हम हैं जो यादों में जल रहे हैं..!!!

दिल को छू जाती है ये रात की आवाज,
चौंक उठते हैं कहीं तूने पुकारा तो नहीं..!!!

काश मै ऐसी बात लिखूँ तेरी याद मे,
तेरी सूरत दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ मे..!!!


आखिर थक हार के लौट आया मै बाजार से,
यादो को बंद करने के ताले कही मिले नहीं..!!!



यूं ना देख मुझे मैं कोई गैर नहीं अरे तूने ही की,
थी मुझसे मोहब्बत क्या तुझे याद नहीं..!!!


तुम सिर्फ मेरी खुशियां ही नहीं हो,
मेरा नसीब भी हो मैं जितना तुमसे दूर हूँ,
तुम उतना ही मेरे करीब भी हो..!!!



अजीब ज़ुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर,
सो जाऊं तो उठा देती हैं जाग जाऊं तो रुला देती है..!!!


वो गलियाँ वो चौबारा अब वो राहें याद आती हैं,
सोये थे जिन बाहों में हमें वो बाहें याद आती हैं..!!!




अब तो तुम्हारी यादें भी आँखों तक आती है,
बस थोड़ी देर ठहरती हैफ़िर बूंदे बन के गिर जाती है..!!!




हरे पर हँसी और आँखों में नमी शायद किसी,
अपने की याद आ गयी फ़िर से..!!!



फुर्सत मिले तो उनका हाल भी पूछ लिया करो मोहतरमा,
जिनके सीने में दिल की जगह तुम धड़कते हो..!!!!



गजल गाने का शौक नही रहा हमे,
हम तो अब दर्द ए दिल बयां करते है..!!!



हर शख्स नज़र आता है अपने हमसफ़र के साथ,
मैं क्यूँ अकेली खड़ी हूँ अपने गुज़रे हुए कल के साथ..!!!



वक़्त से पहले ही अनगिनत हादसों से लड़ा हूं,
मै अपनी उम्र से कई साल बड़ा हूं..!!!



मै थक गया हूं तुमको समझाते-2 मेरी जान,
अब लगता है खुद को समझाना पड़ेगा...!!!



कोन कहता है हम झूट नहीं बोलते यारों,
तुम एक बार खेरियत पूछ कर तो देखो..!!!



जिंदगी के हर मोड़ पर धोखेबाज मिले,
उसमे पराए कम अपने ज्यादा मिले..!!!



कटी पतंग की तरह आ रही थी वो मेरी तरफ,
उसे भी लूट लिया ऊंचे मकान वालों ने...!!!


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दिल पर लगी बातें अक्सर,
चेहरे की रोनक छीन लेती  हैं..!!!



जिसने तुझे मेरे हिस्से से चुरा लिया,
उस कहना यूं किसी का हक मारा नहीं करते..!!!



मुझे डर नहीं है अब किसी को खोने का,
मैने जीते जी अपनी जिंदगी को खो दिया है..!!!



कोन समझ पाया है आजतक हमें,
हम अपने हादसों के अकेले गवाह हैं..!!!



समय पर समझना समझदारी होती हैं,
और समय पर समझ जाना जिम्मेदारी है..!!!



किसी को पाकर खो देना ऐसा लगता है,
मानो पूरी दुनिया ही उजड़ गई हो..!!!



तलाश करने से भी नहीं मिलूंगा,
एक दिन ऐसा खो जाऊंगा...!!!!



किस्मत ने मुझे उस उम्र में उदास कर दिया,
जिस उम्र में लोग अपने शोंक पूरे करते हैं..!!!



दाद देते है आपके नजरअंदाज करने के हुनर को,
जिसने भी सिखाया उस्ताद कमाल का है..!!!



जब थक जाओ दुनिया की महफ़िल से,
मुझे आवाज देना हम अक्सर अकेले ही रहते हैं..!!!



सुकून ढूंढने चले थे,
नींद ही गवां बैठे..!!!



हंसता हुआ वो लम्हा नम हो गया,
मेरा लोगों से मिलना अब कम हो गया..!!!



मत कीजिए मुझ पर यकीन,
मै तो खुद को ही धोखे में रखता हूं..!!!



मुझे अगर कोई समझ पाया है तो वो मै खुद हूं,
बाकी सब तो अंदाजे लगा रहे है..!!!



ना अनपढ़ रहे ना काबिल हुए,
खामखां ए जिंदगी तेरे स्कूल में दाखिल हुए..!!!!



दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद,
अब मुझ को नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा...!!!!



बिका करती तो मुझसे अमीर हस्ती,
दुनिया में कोई न होता..!!!



इश्क़ की बारिश में भीग रहे हैं वो,
इक हम हैं जो यादों में जल रहे हैं..!!!



दिल को छू जाती है ये रात की आवाज,
चौंक उठते हैं कहीं तूने पुकारा तो नहीं..!!!


काश मै ऐसी बात लिखूँ तेरी याद मे,
तेरी सूरत दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ मे..!!!

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