100 Sad shayari 2 line heart touching in hindi 3
हेल्लो दोस्तों आज हम लेकर आये है दर्द भरी शायरी,दुःख भरी शायरी sad two line shayari in hindi दो लाइन की शायरी और भी बहुत अच्छी अच्छी शायरी के प्रकार अगर आपको शायरी पसंद आये हमारे ब्लॉग को फॉलो जरुर करना कोई कमी हो तो भी कमेंट में जरुर बताना साथ में जिस शब्द पर शायरी चाहिए तो जरुर बताना I
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तन्हाई सौ गुना बेहतर है,
झूठे वादों से झूठे लोगों से...!!!
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काश तू पूछे मुझसे मेरा हाल-ए-दिल,
मैं तुझे भी रुला दू तेरे सितम सुना सुना कर..!!!
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प्यास इतनी है मेरी रूह की गहराई में,
अश्क़ गिरता है तो दामन को जला देता है...!!!
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इसी इंतज़ार में बैठे हैं उन की महफ़िल में,
के वो निगाह उठाएं तो हम सलाम करें...!!!
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ज़िंदगी की उस मुक़ाम पर खड़ा हूं ऐ हकीम,
सांस तो ले रहा पर जीने का इरादा नहीं..!!!
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वो एक सबक था ज़िन्दगी का,
मुझे लगा इश्क़ हैं …!!!
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जिंदगी में ऐसी भी कई रातें आती हैं,
न नीद आती है न ख्वाब आते हैं...!!!
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जिंदगी मैं प्यार का पौधा लगाने से पहले ज़मीन परख लेना,
हर मिटटी की फितरत मैं वफ़ा नहीं होती..!!!
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तंग आ चुके हैं कश्मकश-ए-ज़िंदगी से हम,
ठुकरा न दें जहां को कहीं बे-दिली से हम...!!!
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खास होने का भ्रम ना पालें,
पाकर भी लोग बेहतर की तलाश में रहते हैं...!!!!
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अब किससे कहें रिश्तों का दर्द अपना,
सभी के पास तो मौजूद है मर्ज अपना...!!!
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बहुत थक गया हूँ लाइफ में परवाह करते करते,
जब से लापरवाह हुआ हूँ आराम से हूँ...!!!
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एक आंसू गिरते ही हंस जाती हूँ मै मेरी कोशिश यही रहती है,
कि अब दूसरा ना गिरे...!!!
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यूं ही दिल ने चाहा था रोना रुलाना,
तेरी याद बन गई बहाना..!!!
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छोड़ दिया हमने लोगों के साथ चलना,
जिससे जितनी मोहब्बत कि उसने उतना गिरा हुआ समझा...!!!
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गलत इंसान हूं मैं,
अच्छे लोगों के बीच फस गया...!!!
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कभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए है,
ज़िंदगी शाम है और शाम ढली जाए है...!!!
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वो किसी और से हँस हँस कर बात करता है,
तकलीफ़ में देखा था मैंने उसे अपने साथ...!!!
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मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया,
हर फिक्र को धूँएं में उड़ाता चला गया...!!!
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इंसान की सोच यदि तंग हो जाती है,
तो खूबसूरत जिंदगी भी जंग हो जाती है...!!!
यहां दवाएं कम हैं जख्म कम नहीं...!!!!
कभी मिलेगी खुशियां कभी मिलेंगे गम,
हमदर्द की क्या जरूरत अकेले काफी हैं हम...!!!
वक़्त की बेरहमी से उस वक़्त गुज़रना पड़ा,
जब आंखों में समंदर लेकर मुस्कुराना पड़ा..!!!
तुझ को ख़बर नहीं मगर एक लौह को,
बरबाद कर दिया तेरे दो दिन के प्यार ने...!!!
अगर कोई पूछेगा हमारी मोहब्बत की कहानी,
हम तो यही कहेंगे कि एक मुलाकात को तरस गए...!!!
जाने क्या हादसा है होने को,
दिल बहुत कर रहा है रोने को...!!!
वक़्त अगर एक सा होता,
तो इंसान की पहचान कैसे होती...!!!
जहां कभी तुम हुआ करते थे,
वहां अब दर्द होता है..!!!
सुबह होती है शाम होती है,
उम्र यूंही तमाम होती है..!!!
तुम्हीं कहां करते थे कि सबसे अच्छा हूं मैं,
बदल जाते हैं वो लोग वक्त की तरह,
जिन्हें हद से ज्यादा वक्त दिया जाए...!!!
हर इंसान अपनी ज़ुबान के पीछे छिपा हुआ है,
अगर उसे समझना है तो उसे बोलने दो...!!!
जिनको साथ नहीं देना होता,
वो अक्सर रूठ जाया करते हैं...!!!
इस मरज़ को मरज़-ए-इश्क़ कहा करते हैं,
न दवा होती है जिस की न दुआ होती है..!!!
वो बदले तो हम भी कहां पुराने से रहे,
वो आने से रहे तो हम भी उन्हें बुलाने से रहे...!!!
दर्द हमने संभाला है आँसू हमने बहाए हैं,
जो अपने हुआ करते थे अब वो पराये हैं...!!!
ज़िन्दगी की राहों में छुपी हैं कई राज़,
दिल के धड़कनों में है बहुत से दर्द बसा हुआ...!!!
मजबूरियाँ छुपी होती है जब कोई इंसान कहता है,
मुझे अकेला छोड़ दो….!!!!
मैंने हर दुआ में उस की ख़ुशी की दुआ मांगी है,
ये जानते हुए भी के मैं उस की ख़ुशी में शामिल नहीं हूँ...!!!!
अनदेखे बेनाम धागों में यूं बांध गया कोई,
कि वो साथ भी नहीं और हम आजाद भी नहीं !!!
बदल कर जिंदगी एक दिन खुद भी बदल जाते है..!!!
वो मुझे छोड़कर खुश है तो शिकायत क्यों,
अब मैं उन्हें खुश भी ना देखूं तो प्यार कैसा...!!!
कम नहीं हैं आँसू मेरी आँखों में मगर,
रोता नहीं कि उनमें उसकी तस्वीर दिखती है...!!
तुझ को चाहूं अंदाज़ बदल बदल के,
मेरी ज़िन्दगी का एकलौता इश्क़ हो तुम..!!!
हर लड़की के होंठों को चूमने की कोशिश ना कर दोस्त,
क्या पता वो किसी का लहू चूसकर आई हो...!!!
वो तो हुस्न पर मर मिटने वाले है,
उन्हे सादगी से क्या फरक पडेगा...!!!
वो मुझे छोड़कर खुश है तो शिकायत क्यों,
अब मैं उन्हें खुश भी ना देखूं तो प्यार कैसा...!!!
जख्म दे जाती है उसकीआवाज मुझको आज भी,
जो बरसों पहले कहती थी की बहुत प्यार करती हूँ तुमसे..!!!!
तू हमें उन दिनों में क्यों ना मिला,
जब हमें शौक था सवारने के..!!!
फिर नहीं बसते वो दिल जो उजड़ जाते हैं ग़ालिब,
कब्रों को सजाने से मुर्दे जिंदा नहीं हुआ करते...!!!
कौन अपना कौन पराया,
बुरे वक्त ने सब बताया...!!!
किस मोहब्बत की बात करते हो दोस्त,
वो जिसको दौलत खरीद लेती है...!!!
जो हकीकत में हुआ वो ख्वाबों में कहाँ था,
जो जिंदगी ने सिखाया वो किताबों में कहाँ था..!!!
कुछ वक्त की रवानी ने यूं बदल दिया गालिब,
वफा पर कायम हैं मगर मोहब्बत छोड़ दी हमने...!!!
चैन से खुद को नहीं मिल पाते हैं,
तुमसे क्या खाक़ मिले होंगे..!!!
हम बुरे हैं इसलिए जी रहे हैं,
अच्छे होते तो दुनिया जीने कहां देती...!!!
मेरी उदासियां तुम्हे कैसे नज़र आएंगी,
तुम्हे देखकर जो हम मुस्कुराने लगते है...!!!
इश्क वो है जिसे सब्र का लिहाज नहीं,
बेहद नशीला है ये इसका कोई इलाज नहीं..!!!
गुज़र गई तमाम उम्र उसी शहर में जहाँ,
वाक़िफ़ सभी थे पर कोई पहचानता न था...!!!
साथ होने के लिए हमेशा,
पास खड़े होने की ज़रूरत नहीं होती..!!!
ये मुझ से बात क्यों नहीं करती..!!!
रूठा हुआ समय है छुपा हुआ एक गीत,
खोए हुए ख्वाबों में है एक अलग सा सफर बीता...!!!
रुक जाती है नज़र एक हद के बाद,
दिल करता है जहां तुम हो बस वहा तक देखूं..!!!
कैसे बुरा कह दूं तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है...!!!
कई शाम गुजर गई कई राते गुजर गई ,
ना गुजरा तो सिर्फ एक लम्हा वो तेरे इंतजार का...!!!
काश कोई हमसे भी कहता,
क्यों परेशान हो मैं हूं ना तुम्हारे साथ...!!!
तेरी यादों में खोकर रोता हूँ,
जिन्दगी बिना तुझे अधूरा है...!!!
चुभ जाती हैं बातें कभी-कभी लहज़े मार जाते हैं,
यहाँ हम ग़ैरों से ज़्यादा अपनों से हार जाते हैं..!!!
देखकर परेशान हूं रिवाज दुनिया का,
अब झूठ बोलकर भी लोग शर्मिंदा नहीं होते...!!!
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली,
दिल ने बिना दिल वालों से दोस्ती कर ली...!!!
पानी अगर शान्त हो तो,
गहराई से मजाक नहीं करते...!!!
नखरे तो हम मरने के बाद भी करेंगे,
तुम जमीन पर चलोगे और हम कंधो पर...!!!
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए...!!!
इस दौर में वफाओं की उम्मीद जिससे की,
आकर उसी के हाथ का पत्थर लगा मुझे...!!!
मैं गवाही नहीं देता झूठी दलीलों से,
हारा हुआ इश्क़ कभी जीता नहीं गया वकीलों से...!!!
जीवन की एक हार भी बदनाम होती है,
नहीं यकीन तो खरगोश से पूछ लो…!!!
क्या बात है, बड़े खामोश से बैठे हो,
कोई बात से नाराज हो या दिल कही लगा बैठे हो...!!!
जिंदगी में हिस्सा बनने की चाह थी,
मगर किस्मत ने किस्सा बनाकर छोड़ दिया..!!!!
धज्जियां उड़ती देखी है अपनी ख्वाहिशों की,
यूं ही नहीं सीखा हमने तसल्ली रखना...!!!
इतना तो मकड़ी भी अपने जाल में खुद नहीं,
उलझती जितना आदमी अपने ख्यालों में उलझ जाता है...!!!