Akelapan sad shayari in hindi

Vijay Sharma
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Akelapan sad shayari in hindi




अकेले ही सहना अकेले ही रहना होता है,
अकेलेपन का हर एक आँसू,
अकेले ही पीना होता है...!!!!




हर तरफ़ दोस्ती का मेला है,
फिर भी हर आदमी अकेला है..!!!




हमीं अकेले नहीं जागते हैं रातों में,
उसे भी नींद बड़ी मुश्किलों से आती हैं..!!!




मुझे तन्हाई ने  जीत लिया हैजब से तू,
चला गया ये दिल हर पल हार गया है...!!!




हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले है,
पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले है...!!!




एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक ,
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा..!!!




घिरा हुआ हूं लोगो से,
फिर भी अकेला हूँ मै..!!!



भीड़ तन्हाइयों का मेला है,
आदमी आदमी अकेला है..!!!




अकेला था तो कलम बस दर्द लिखती थी,
तुम्हारे आने से कलम अब तुम्हे ही लिखती है...!!!!




अकेलापन के एहसास से बच नहीं सकते,
दिल में है  उलझने सुलझ नहीं सकते,
भूल जाऊं तेरी बेवफाई को मगर,
दर्द से हम कभी बच नहीं सकते..!!!



जहां महफ़िल सजी हो वह मेला होता है,
जिसका दिल टूटा हो वो तन्हा अकेला होता है..!!!




अब इस घर की आबादी मेहमानों पर है,
कोई आ जाए तो वक़्त गुज़र जाता है..!!!




सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना,
सिख लो मोहब्बत जितनी भी सच्ची,
हो साथ छोड़ ही जाती है..!!!




जब वो साथ होता है,
हम अकेले होते हैं...!!!



अकेले बैठ कर रोने का अपना ही मजा है,
इश़्क का दर्द भी इश़्क के बराबर ही लगता है...!!!




तुम बिन तन्हा तो नही हुआ हूं मैं,
भीड़ में आके तुम्हारी यादें,
हमें अकेला रहने पे मजबूर कर देती है..!!!




जहां महफ़िल सजी हो वह मेला होता है,
जिसका दिल टूटा हो वो तन्हा अकेला होता है..!!!





अकेले-पन भी हमारा ये दूर करती है,
कि रख के देखो ज़रा अपने पास तस्वीरें..!!!




जानता पहले से था मैं,
लेकिन एहसास अब हो रहा है,
अकेला तो बहुत समय से हूं मैं,
पर महसूस अब हो रहा है..!!!




ख़ुदा के वास्ते कुछ देर के लिए,
रो लेने दे अकेला मुझे अपने हाल पर..!!!




अपनी लड़ाई अकेले ही लड़नी पड़ती है,
सैलाब तो उमड़ता है जीत जाने के बाद..!!!




अकेलापन  मेरा साथी  है,
तन्हाई ने मेरा हाथ थामा ,
कोई हमसफर नहीं इस जिंदगी में,
बस अकेलापन ही मेरा अपना हुआ..!!!




कुछ कर गुजरने की चाह में कहाँ कहाँ से गुजरे,
अकेले ही नजर आये हम जहाँ जहाँ से गुजरे..!!!!




सूने घरों में रहने वाले कुंदनी चेहरे कहते हैं,
सारी सारी रात अकेले-पन की आग जलाती है..!!!

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