Sad shayari 2 line heart touching in hindi 0004
नए लोग से आज कुछ तो सीखा है,
पहले अपने जैसा बनाते है फिर अकेला छोड़ देते हैं..!!!
खुशी मांगी थी तुमसे हमने पल भर,
का सजा दे दिया तुमने मुझे उम्र भर का..!!!
जब तोड़ना ही था तो रिश्ता जोड़ा क्यों,
खुशी नहीं दे सकते थे तो हमारा गम से नाता जोड़ा क्यों..!!!
अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से हर्फ-ए-बेवफाई मिटा देता..!!!
गजल गाने का शौक नही रहा हमे,
हम तो अब दर्द ए दिल बयां करते है..!!!
हर शख्स नज़र आता है अपने हमसफ़र के साथ,
मैं क्यूँ अकेली खड़ी हूँ अपने गुज़रे हुए कल के साथ..!!!
मोहब्बत हमने की अदाएं तुमने दिखाया,
बेवफाई तुने की सजा हमें क्यों हो गया..!!!
तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे,
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया..!!!
अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से बेवफाई मिटा देता..!!!
ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है,
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है..!!!
बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते..!!!
किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती,
है यही एक ख़राबी मिरी तन्हाई की..!!!
पहले अपने जैसा बनाते है फिर अकेला छोड़ देते हैं..!!!
खुशी मांगी थी तुमसे हमने पल भर,
का सजा दे दिया तुमने मुझे उम्र भर का..!!!
जब तोड़ना ही था तो रिश्ता जोड़ा क्यों,
खुशी नहीं दे सकते थे तो हमारा गम से नाता जोड़ा क्यों..!!!
अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से हर्फ-ए-बेवफाई मिटा देता..!!!
गजल गाने का शौक नही रहा हमे,
हम तो अब दर्द ए दिल बयां करते है..!!!
हर शख्स नज़र आता है अपने हमसफ़र के साथ,
मैं क्यूँ अकेली खड़ी हूँ अपने गुज़रे हुए कल के साथ..!!!
मोहब्बत हमने की अदाएं तुमने दिखाया,
बेवफाई तुने की सजा हमें क्यों हो गया..!!!
तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे,
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया..!!!
अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनियां की किताबो से बेवफाई मिटा देता..!!!
ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है,
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है..!!!
बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते..!!!
किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती,
है यही एक ख़राबी मिरी तन्हाई की..!!!
बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते...!!!
एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक,
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा..!!!
तेरे चेहरे के हजारों चाहने वाले,
तेरी रूह का मैं अकेला दीवाना..!!!