100 radha krishna love shayari in hindi
हेलो दोस्तों गुड मॉर्निंग कैसे हो आप उम्मीद करता हु आप लोग अच्छे ही होंगे दोस्तों आज में आपके लिए लेकर आया हूं बहुत ही अच्छी अच्छी राधे कृष्णा शायरी इसके अलावा लव कप्पल शायरी और स्टेटस जिसमें आप अपने दोस्तों ,गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड इसके अलावा अपने पति पत्नी को शेयर कर सकते है आप अपने चाहने वालों को भी शेयर कर सकते है एक बार जरूर लव शायरी को जरूर पढ़ें और आगे भी शेयर करें शायरी अच्छी लगी तो कमेंट बॉक्स में बताया करे कोई कमी रह जाए तो वो भी जरूर बताए जिस से की आगे आने वाली पोस्ट में हम सुधार कर सके। इसके अलावा आपको इस ब्लॉग पर हर तरह की शायरी मिलेगी जिसमे की sad shayari,love shayari,couple shayari,good morning shayari, good night shayari akelapan shayari,kismat shayari, dukhi shayari, Dhokha shayari और भी बहुत सारे टॉपिक पर आपके शायरी मिलेगी
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इन नैनों में खो गये मेरे बांकेबिहारी…!!!
बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म…!!!
राधा का प्यार है जैसे चाँद का चमकना...!!!
दिलों में प्रेम के दीप जले...!!!
मैं कोई हिसाब नहीं रखती,
मैं सिर्फ तुम्हारे प्रेम में जीती हूँ,
इसके बाद कोई ख्वाब नहीं रखती...!!!
किसी की नियत बदल गयी,
जब से तूने पकड़ा मेरा हाथ राधे,
मेरी तो किस्मत ही बदल गयी...!!!
चाहे हम एक दूसरे की किस्मत में न हो...!!!
श्री कृष्ण साँवले रंग में भी मशहूर है...!!!
दोनों का मिलन है दिलों का अटूट सफर...!!!
दोनों के प्यार में बसी है हर शाम...!!!
वैसे ही राधा भी अधूरी थी कृष्ण के बिना...!!!
माखन चोर से शुरू होती है और कृष्ण पर खत्म...!!!
मैं राधा जैसी हूं सिर्फ तुमसे दिल लगाती हूं...!!!
चोट रूह की है इसलिए दर्द जरा गहरा है…!!!
लेकिन प्रेम की शक्ति उन्हें प्राप्त होती है,
जो बिना किसी भय के,
प्रेम निभाने का सहस रखते हैं…!!!
हर दिल ने तुझे अपना आराध्य कहा...!!!
हे कान्हा यही है मेरा प्यारा इशारा...!!!
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती,
कुछ असर तो होता है दो आत्मा के मेल का,
वरना गोरी राधा सांवले कृष्णा की दीवानी न होती...!!!
हर मौके पर कृष्ण तेरे घर सबसे पहले आयेगा...!!!
और अधूरा हो तो राधे श्याम जैसा हो...!!!
जब-जब मन विचलित हो राधा-कृष्ण नाम लिया करो...!!!
जैसे बिना सूरत के कोई प्रेम की दूरी...!!!
उनकी आँखों में प्यार का रंग सा हो गया...!!!
क्योंकि यही है वो नाम जिससे कृष्ण को है प्यार...!!!
तो तुमने प्यार को सच्चे अर्थों में जान लिया...!!!
वैसे ही राधा भी अधूरी थी कृष्ण के बिना...!!!
मेरे मोहन तू आए तो मेरे दिल की और...!!!
यूं ही कैसे भूल जाऊं तुझे,
श्याम के प्रेम में खो जाऊं,
हर जनम बस उनको ही पाऊं...!!!
‘राधे-श्याम’ बनके हर युग में गूंजे,
हर मंजर में मैं पाऊं तुझे,
कैसे कहूँ कान्हा कितना चाहू तुझे...!!!
मिलन लिखो कुछ राधा सा,
दोनों ही है कुछ पूरे से,
दोनों में ही वो कुछ आधा सा...!!!
आदि है श्रीकृष्ण अनंत है श्रीराधे...!!!
राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं...!!!
जब मैनें राधा और उसने श्याम लिखा था...!!!
जैसे दिल में छुपा हो एक सपना...!!!
दोनों का मिलन है सच्चे इश्क़ का मुक़र...!!!
दोनों का मिलन है, मेरा इश्क़ और तुझसे तार...!!!
पूरे खत में सिर्फ कान्हा का ही नाम लिखा...!!!
यदि मुकम्मल होती,
तो निःसंदेह राधे भी,
श्री कृष्ण की होती…!!!
बस एक बहाना था,
पूरी दुनिया को प्रेम का,
सही मतलब समझाना था...!!!
जो बस जाए एक बार ह्र्दय में फिर बिछड़ता कहा है...!!!
पर रास्ता कुछ प्यारा नहीं,
तेरा नाम लेके चलता हूँ,
वरना ये संसार हमारा नहीं...!!!
मुरली के सुर भी फीके से लगते हैं,
जब साथ हों तो ब्रज भी स्वर्ग जैसा लगे,
वरना रंगों के बीच रंग ही सूने से लगते हैं...!!!
दोनों में छुपा है प्रेम का अनंत राग,
प्रेम में बंधे हैं दोनों ऐसे,
जैसे हो अमर प्रेम के धागे से...!!!
राधा की विरासत है कृष्णा,
कितने भी रास रचा ले कृष्णा,
फिर भी दुनिया कहेगी राधे कृष्णा...!!!
रंग तो श्री कृष्णा आपका मन चढ़ा है...!!!
पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा...!!!
जैसे बिना हवा के फूलों का पैगाम...!!!
उनका प्रेम है सबसे प्यारा सबसे बेइन्तिहा यार...!!!
पागल सी होने लग गयीं हूँ,
बंसी की धुन सुनके मधुर,
मैं दिन रात थिरकने लग गयीं हूँ...!!!
तुम वैसे ही रहना,
तुम्हे पाना जरूरी नहीं है,
बल्कि तुम्हरा हो जाना ही काफी है…!!!
हम तेरे दिलबर होना चहते है...!!!
और मुझे हर खुशी में सिर्फ तुम चाहिए...!!!
फिर भी कृष्णा के साथ राधा देखी…!!!
राधा संग कृष्ण अमर रहेगा...!!!
बस एक झलक पर खुद को मिटा दूं...!!!
समुन्दर खुमार का कितना अजब नशा है,
तेरे इंतज़ार का...!!!
राधा-कृष्णा की प्रेमकथा सुनाता है,
प्रेम तो वही है जो सीमाओं को,
लांघकर अमर हो जाता है...!!!
दोनों का प्रेम है सबसे अनमोल,
जिनकी प्रेम कहानी है जग में,
वो हैं प्रेम के सबसे बड़े बोल...!!!
राधा के दिल की सुंदर बिंदिया,
प्रेम में दोनों ने त्यागा संसार,
और पा ली अमर प्रेम की दुनिया...!!!
दोनों का प्रेम है अद्भुत अनुराग,
संगीत में डूबे ये दोनों ऐसे,
जैसे मिलती है सागर से नाव...!!!
फिर भी सबके मन को भाये,
राधा के वो प्यारे मोहन,
महिमा उनकी दुनिया गाये...!!!
यादों में सुध बुध नहीं भूली हैं,
बिन राधा के बंसी कान्हा भी,
मथुरा में बजाना भूल गए...!!!
मेरा तो हर दिन मेरे मोहन त्योहार हो जाता है...!!!
राधा के मैन में प्रीत जगती है...!!!
राधा संग नाचे पूरा ब्रजधाम...!!!
हर सांस पर नाम श्रीकृष्ण लिख गया...!!!
राधा के मन में प्रीत जगी है...!!!
कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है...!!!
फिर भी सबके मन को भाये,
राधा के वो प्यारे मोहन,
महिमा उनकी दुनिया गाये...!!!
तेरी दीवानी और राधा भी तेरे साथ है...!!!
इनके प्रेम की दुनिया है निराली,
जिनकी मोहब्बत की कहानी अमर,
वो हैं प्रेम की अमर कली...!!!
जैसे इश्क़ में खो जाने का हर पल हो गोल...!!!
यादों में सुध बुध नहीं भूली हैं,
बिन राधा के बंसी कान्हा भी,
मथुरा में बजाना भूल गए...!!!
राधा की विरासत है कृष्णा,
कितने भी रास रचा ले कृष्णा,
फिर भी दुनिया कहेगी...!!!
इन्ही नैनों के हो गए बांके बिहारी...!!!
इंतजार अब सहा न जाएँ,
कोई कह दो सावरे से,
वो जल्दी राधा के पास आएँ...!!!
जैसे रात के बिना अधूरा चाँद,
प्रेम की दुनिया में दोनों ऐसे,
जैसे सागर में लहरों का मान...!!!
फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी...!!!
राधा-कृष्ण का प्रेम हर दिल में विराजमान हैं...!!!
श्याम और राधा की जोड़ी मतवाली...!!!
प्रेम के रंग में रंगा ये सवेरा...!!!
मेरे मोहन के पहले लोग लेते नाम राधा है...!!!
कोई दिल से हो मेरा,
तो एक मोहन ही काफी है...!!!
जहाँ एहसास खत्म वहां रिश्ता खत्म्म...!!!
आदि है श्रीकृष्ण अनंत है श्रीराधे...!!!
दोनों की मोहब्बत है सबसे प्यारी,
प्रेम की धुन में जो खो जाते हैं,
वो बनते हैं प्रेम की सवारी...!!!
जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी...!!!
हर जनम में तेरा संग मधुर है...!!!
पूरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा ही नाम लिखा...!!!
फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी...!!!
जैसे बिना फूल के खुशबू का काम,
प्रेम की महक में दोनों खो गए,
बन गए सबके दिलों का अरमान...!!!
दोनों का मिलन जैसे चाँद और सितारे,
प्रेम की मिठास में खो जाते हैं ये,
संग-संग चलते हैं जैसे सारे...!!!
मैं राधा जैसी हूं सिर्फ तुमसे दिल लगाती हूं...!!!
तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता...!!!
इस प्रेम में छुपा है सारा संसार...!!!
हर भक्त के मन में बसा उनका घर...!!!
रुक्मणि के जगह राधा होती...!!!
मेरे मोहन के प्रेम दीवानों ने सारा जमाना छोड़ दिया...!!!
प्रेम का सही अर्थ समझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत...!!!
तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता...!!!

